बाल विवाह वर्षों से चली आ रही कुरीति है. कई समाज सुधारकों के प्रयासों एवं सरकार द्वारा तमाम कानून पारित करने और जागरूकता अभियानों के चलाए जाने के बाद भी हिन्दुस्तान की 26.8% लड़कियों की शादी 18 साल से कम उम्र में हो जाती है (राष्ट्रीय परिवार स्वास्थ्य सर्वेक्षण).
पेश है आपके समक्ष बाल विवाह पर चोट करता यह लोकगीत, जहां एक बच्ची अपने पिता से गिड़गिड़ाते हुए आग्रह करती है 'बैल से बछिया न जोरहु' माने किसी उम्रदराज आदमी से अपनी नाबालिग बच्ची की शादी न करिए. जब वो सयानी हो जाए, तब ही उसके लिए एक सयाना वर ढूंढ कर उसकी शादी की जाए...
बाल बिआह जनु करु मोरे बाबा हो,
बाल बिआह दुख खानि हो।।1।।
बैल से बछिया न जोरहु बाबा हो,
मानहु बिनती हमारि हो।।2।।
जब होइहें बेटी सयान मोरे बाबा हो,
खोजि सेयान बर बिआह हो।।3।।
धरम करम अवरु सेवासत करवा हो,
देसवा के जाने ब्यौहार हो।।4।।
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