समय बहुत बलवान है भाई. चाहे कितना भी पैसा - सोना ले आओ, बीता हुआ समय वापिस नहीं आता. समय का चक्र जब चलता है तो भगवान का दर्जा प्राप्त महापुरुषों को भी तमाम मुश्किलें झेलनी पड़ जाती है. समय की इसी महत्ता को दर्शाता ये भोजपुरी लोकगीत...
जैकर समय बिगड़ गई
दुनिया मारे ताना
जैकरे समय बिगड़ गई
दुनिया मारे ताना
निशाना एक भगवान पे रहा...
समय बिगड़ गई हरिचंद के छूट गए राजSपाठ
नगर छोड़के जब चल दिहले
बिगड़ा सारा ठाठ
घाट पे जाई बनारस डूटी करत रोजाना
निशाना एक भगवान पे रहा...
समय बिगड़ गई रामचंद के चल गयली बनवास
सीता हरण की हैस दसानन
भै रावण का नास
उदास बैठा काहे यहै विभीषण जाना
निशाना एक भगवान पे रहा...
समय बिगड़ गए विप्र सुदामा हुई गए बड़े भिखारी
कबहुं कबहुं भुखल रहीं जाते
कहई लगीं तब नारी
जाते किशन दुवारी तुहरौ मित्र पुराना
निशाना एक भगवान पे रहा...
राम नाम की भजन कहैसे
सदा मिले कल्याण
भगत हमेशा लिखते ऐसा गाना
निशाना एक भगवान पे रहा...
जैकरे समय बिगड़ गई
दुनिया मारे ताना
निशाना एक भगवान पे रहा...
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